सोनिया
इंदिरा
गाँधी राजीव और सोनिया के शादी के सख्त खिलाफ थी ..फिर राजीव और सोनिया का
विवाह हरबंश रॉय बच्चन और तेजी बच्चन ने अपने घर पर करवाया ..तेजी बच्चन
ने सोनिया का कन्यादान किया ..
भारतीय संस्कृति मे कन्यादान करने वाली
माँ का दर्जा जन्म देने वाली माँ से भी बड़ा माना गया है ..बाद मे बच्चन
परिवार की राजनितिक झुकाव कांग्रेस से हट गया ..
लेकिन ये सोनिया जो अपने हर भाषण मे खुद को भारतीय बहू बताती है ये तेजी
बच्चन जी के निधन पर नहीं गयी ... इतना ही नहीं तेजी बच्चन दो साल तक
लीलावती अस्पताल मे भर्ती रही लेकिन ये नकली गाँधी परिवार का कोई भी सदस्य
कभी भी उनका हाल चाल लेने नहीं गया ..
जबकि इस दौरान कई बार सोनिया , राहुल और प्रियंका मुंबई गए थे ..
जब तेजी बच्चन का निधन हुआ था तो बच्चन परिवार ही नहीं बल्कि पुरे देश को
विश्वास था कि सोनिया गाँधी अपने उस माँ के निधन पर अवश्य जाएँगी जिसने
उनका साथ बहुत ही कठिन परिस्थिति मे दिया था / यहाँ तक कि मुंबई पुलिस भी
ये मानकर कि गाँधी परिवार तेजी जी के अंतिम संस्कार मे अवश्य आएगा , अपने
इंतजाम मे जुट गयी ..फिर अंत मे पांच घंटे देर से उनका अंतिम संस्कार हुआ
..
फिर अमिताभ ने तेजी जी का अंतिम अरदास अमृतसर के स्वर्ण मंदिर
मे रखा था ..[तेजी बच्चन सिख्ख थी ] फिर वहा भी गाँधी परिवार से कोई नहीं
पंहुचा ..
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