हाथों की लकीरे
हाथों की लकीरों मैं किस्मत होती है
मिलना और भूल जाना लोगो की फितरत होती है ,
बिखरता तो हर कोई है दर्द में ,
मगर गम भुलाना इंसान की जरुरत होती है .
ख्वाइश
यह ख्वाइश हैं मेरी खुदा से , जिस चीज़ पे तू हाथ
रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे
वोह तकदीर मेरी हो !
हार - जीत
हारने से जीतने की खाविश कम नहीं होती
टूटने से जुड़ने की कोशिश कम नहीं होती
तपने से ही सोना निखर कर आता है
और गम में ही ख़ुशी तोह सबसे हसीं कहलाता है !
हाथों की लकीरों मैं किस्मत होती है
मिलना और भूल जाना लोगो की फितरत होती है ,
बिखरता तो हर कोई है दर्द में ,
मगर गम भुलाना इंसान की जरुरत होती है .
ख्वाइश
यह ख्वाइश हैं मेरी खुदा से , जिस चीज़ पे तू हाथ
रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे
वोह तकदीर मेरी हो !
हार - जीत
हारने से जीतने की खाविश कम नहीं होती
टूटने से जुड़ने की कोशिश कम नहीं होती
तपने से ही सोना निखर कर आता है
और गम में ही ख़ुशी तोह सबसे हसीं कहलाता है !
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